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Share your feedback and insights for eDistrict Uttar Pradesh portal

Start Date: 26-07-2021
End Date: 31-08-2021

eDistrict project is an epicenter of discussion to improve the experience and enhance the efficiencies of the various departments at the very elementary level i.e., districts. This ...

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eDistrict project is an epicenter of discussion to improve the experience and enhance the efficiencies of the various departments at the very elementary level i.e., districts. This will help to enable seamless service delivery to the citizens of the state.

MyGov Uttar Pradesh hereby invites everyone to come forward and share your feedback and insights for eDistrict Uttar Pradesh portal (www.edistrict.up.gov.in)

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420 Record(s) Found

Manish kumar 3 years 2 months ago

महोदय सविनय निवेदन है कि मैं एक अनाथ, अविवाहित, बेरोजगार, डायबिटीज और किडनी रोगी हूँ. महोदय जनगणना सूची में नाम न होने से मुझे आयुष्मान योजना कार्ड न बन पाने से इस योजना का कोई लाभ नहीं मिल रहा है और न ही नयी जनगणना शुरू हो रही है. मुझे सरकार से किसी भी प्रकार की कोई दूसरी मदद भी नहीं मिल रही है. मेरे माता पिता दोनों राज्य की सेवा में थे किंतु उनमें से किसी की पेंशन भी मुझे पुरुष होने की वजह से नहीं मिलती जिससे भरणपोषण और इलाज कराना बहुत कठिन हो गया है. विनम्र याचना है कि कृपया विचार करें

manoj singh 3 years 2 months ago

Sir, UP ke portal par alag alag Distt to Village ki mapping milti hai jisse koi bhi application prabhawi nhi bn pata. yadi "Distt to Tehsil" "Tehasil to Block", Block to Gram Panchayat", "Gram Panchayat to Village" ki mapping ek sath UP ke portal pe dal di jaye to age ane wali sbhi application me ek saman data rahega jisse wah Application Prabhawi bn sakta h.

1- Distt to Village (Distt--tehsil--block--GP--Village)
2- Health sector me bht hi safalta mil sakti h

Amit kumar_773 3 years 2 months ago

ई-डिस्टिक्ट परियोजना ई-गवरनेन्स योजना के अर्न्तगत चलने वाली स्टेट मिशन मोड परियोजना है जिसका मुख्य उदेश्य जन केन्द्रित सेवाओ को कम्पयूटरीकरण करने का है। इस परियोजना में सम्पूर्ण व्यवस्था क्रम को कम्पयूटराइज किया गया है । ई-डिस्टिक्ट परियोजना भारत सरकार द्वारा पोषित परियोजना है , जिसमें कि प्रमाण पत्र , शिकायत एवं सूचना अधिकार , जन वितरण प्रणाली , पेन्शन, खतौनी , राजस्व वाद एवं रोजगार केन्द्रो मे पंजीकरण संबंधी सेवाओं को सम्मिलित किया गया है

SANJAY TIWARI 3 years 2 months ago

जो भी पोर्टल बने वो बस perfectly work करे means जो भी सर्विसेज उपलब्ध हों वह सही से चले कियूंकि वेबसाइट बहुत हैं पर proper work नहीं करतीं।
धन्यवाद

Mukesh Kumar 3 years 2 months ago

E district uttar pradesh portal के लिए सभी department की webside एक दूसरे से merge कर देनी चाहिए। जिससे सारी information एक ही portal पर आसानी से प्राप्त हो सके।

kuldeep mohan trivedi 3 years 2 months ago

1-जिले में सुशासन के लिये हर विभाग के लिपिकों और अधिकारियों का ट्रांसफर 5वर्ष बाद दूसरे जिले में कर दिया जाए।2-जिले तैनात BDO से DM तक को प्रतिदिन जिले के गाँवो का भ्रमण और विकास परियोजनाओं को देखने का निर्देश सरकार जारी करना चाहिये।3-ग्रामीण क्षेत्रो में फैले भ्रष्टाचार रोकने के लिये जांच कमेटी बनाई जाए जो निष्पक्ष जांच कर सख्त कार्यवाही करें।

Rishabh kumar 3 years 2 months ago

महोदय , राज्य का वन आवरण 15 प्रतिशत 2030 से पूर्व प्रात्त करने हेतु राज्य के प्रत्येक नागरिक एवं सरकारी कर्मचारी को अनिवार्य रूप से पौधरोपण का कार्यक्रम प्रत्येक माह के अन्तिम दिवस में होना चाहिए।

Shailendra Kumar Yadav 3 years 2 months ago

Edistrict.up.nic.in :किसी भी दस्तावेज या प्रमाण पत्र के लिए सरकारी कार्यालय और अधिकारियों के दफ्तरो का चक्कर लगाना अब पुरानी बात हो गई है|भारत सरकार ने डिजिटल इंडिया के तहत प्रमाण पत्र, शिकायत, जन वितरण प्रणली पेंशन, रोजगार से संबंधित दस्तावेज के लिए अब घर बैठे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं|प्रमाण पत्र के लिए अवेदन और सत्यापन के अब कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पडेगा। अब ये सभी कार्य ऑनलाइन Edistrict.up.nic.in पोर्टल के माध्यम से किया जा सकता है|https://www.uppoliceresults.co.in/edistrict-up-nic-in/

BHAVANA SAROJ 3 years 2 months ago

आदरणीय मुख्यमंत्री जी,
मेरा आपसे निवेदन है कि जिस तरह शासकीय विभाग में मातृ अवकाश की सुविधाएं महिलाओं को मिलती है, उसी प्रकार एक पिता को भी लगभग पांच से दस दिन का पितृ अवकाश मंजूर होना चाहिए।
ये समस्या मुझको तब समझ आई जब मेरे उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षक पति को बेटी के जन्म होने पर विद्यालय जाना आवश्यक था।कुछ ऐसे कर्मचारी है जिनके घर में कोई देखने वाला नही है ,जिनकी पत्नियां को सिजेरियन ऑपरेशन होते है ,और उनको अस्पताल में छोड़कर विद्यालय जाना बड़ा कष्टकारी होता है।