उत्तर प्रदेश जल निगम
उत्तर प्रदेश में पेयजल आपूर्ति और सीवरेज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 1927 में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग बनाया गया था। वर्ष 1946 में इसे स्थानीय स्वशासन अभियांत्रिकी विभाग (एलएसजीईड) के रूप में नामित किया गया। 1975 में इसे उत्तर प्रदेश जलापूर्ति एवं सीवरेज अधिनियम, 1975 (अधिनियम संख्या-43, 1975) के माध्यम से उत्तर प्रदेश जल निगम में परिवर्तित कर दिया गया। इस अधिनियम के अनुसार जल निगम का क्षेत्राधिकार पूरे उत्तर प्रदेश (छावनी क्षेत्र को छोड़कर) में है। इस निगम को बनाने का मूल उद्देश्य जल आपूर्ति और सीवरेज सेवाओं का विकास और नियमन और उससे जुड़े मामलों के लिए है ।